Gonda Train Accident
Today, a tragic accident occurred in Gonda Train Accident district when the Chandigarh-Dibrugarh Express (train number 15904) derailed, resulting in the deaths of 4 people and injuries to over 20 others . The incident happened around 2:37 PM between Gonda and Jhilahi railway stations. Rescue operations commenced immediately, with local administration and railway officials reaching the site promptly. Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath directed swift relief efforts, and special trains and buses were arranged for the passengers.
The derailment affected 13 train services, which were either diverted or canceled. Key officials, including Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma, monitored the situation closely. Helpline numbers were issued to assist passengers and their families. Eyewitnesses reported chaos and swift action by locals to aid in the rescue efforts. This incident highlights the ongoing concerns about railway safety and the need for preventive measures to avoid such tragedies in the future.
आज उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने की दर्दनाक घटना सामने आई है। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस दुर्घटना के कारण कई ट्रेनों को या तो डायवर्ट किया गया है या रद्द कर दिया गया है।
Gonda Train Accident Incident Details
गोंडा ट्रेन हादसा आज दोपहर 2:37 बजे हुआ जब चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 15904) के 8 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना गोंडा और झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच की है। दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया।
Gonda Train Accident Rescue Operations
इस दुर्घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मौके पर बचाव दल, एम्बुलेंस और मेडिकल टीमों को भेजा गया। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। रेलवे अधिकारियों ने विशेष ट्रेनों और बसों का प्रबंध किया ताकि यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।
Gonda Train Accident Casualties and Injuries
गोंडा जिला अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें से कुछ की स्थिति गंभीर है। सभी घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।
Gonda Train Accident Official Statements
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य करें। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी स्थिति पर नज़र रखी और आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
Gonda Train Accident Impact on Train Services
इस दुर्घटना के कारण 13 ट्रेनें या तो डायवर्ट की गई हैं या रद्द कर दी गई हैं। उत्तर पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने बताया कि प्राथमिकता बचाव कार्य पूरा करना और ट्रेन सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करना है।
Gonda Train Accident Helpline Numbers
रेलवे प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि यात्रियों और उनके परिजनों को जानकारी मिल सके:
- हाजीपुर: 8252912078
- मुजफ्फरपुर: 8252912066
- बापुडाम: 8252912043
- किशनगंज: 8252912031
- नाथनगर: 8252912018
- समस्तीपुर: 8102918840, 06274-232131
- गोंडा इन्क्वायरी रूम: 8957400965
- सिवान हेल्पलाइन नंबर: 9026624251
- देवरिया हेल्पलाइन नंबर: 8303098950
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Gonda Train Accident Eyewitness Accounts
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रेन के पटरी से उतरते ही लोग चीख-पुकार करने लगे। स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में सहायता की।
Gonda Train Accident Conclusion
गोंडा ट्रेन हादसा एक दुखद घटना है जिसने कई परिवारों को प्रभावित किया है। रेलवे और राज्य सरकार द्वारा त्वरित राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। इस घटना ने रेलवे सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर किया है और हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि किस प्रकार से ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
Key Takeaways
- Gonda Train Accident: चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के 8 डिब्बे पटरी से उतरे।
- Casualties: 4 लोगों की मौत, 20 से अधिक घायल।
- Rescue Operations: उत्तर प्रदेश और असम के मुख्यमंत्री की निगरानी में तेजी से बचाव कार्य।
- Impact: 13 ट्रेनें डायवर्ट या रद्द।
- Helpline Numbers: प्रभावित यात्रियों के लिए जारी किए गए।
इस हादसे ने रेलवे सुरक्षा की आवश्यकता को फिर से बल दिया है और उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।